Rajasthan Taarbandi Yojana 2025: राजस्थान फ्री तारबंदी योजना से करवाएं खेत की तारबंदी, सरकार देगी 48,000 रुपए तक मदद

Rajasthan Taarbandi Yojana: राजस्थान सरकार किसानों की भलाई के लिए लगातार नई-नई योजनाएं चला रही है। इन्हीं में से एक है “राजस्थान फ्री तारबंदी योजना 2025″। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की फसलों को आवारा पशुओं से बचाना है, ताकि उनकी मेहनत बेकार न जाए। सरकार अब खेतों के चारों तरफ कांटेदार तार लगाने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है।

कितनी मिलेगी आर्थिक सहायता?

सरकार किसानों को 48000 रुपए तक की आर्थिक मदद दे रही है। इसके तहत:

किसानों को 100 रुपए प्रति मीटर के हिसाब से अनुदान मिलेगा।

लघु और सीमांत किसानों को लागत का 60% या अधिकतम 48,000 रुपए।

अन्य किसानों को लागत का 50% या अधिकतम 40,000 रुपए की सहायता दी जाएगी।

नोट: जमीन जितनी बड़ी होगी, अनुदान उतना अधिक मिलेगा, लेकिन 48 हजार रुपए से अधिक नहीं।

Rajasthan Taarbandi Yojana 2025

  • अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपके पास ये योग्यताएं होनी चाहिए:
  • आवेदक राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
  • किसान एकल या समूह में आवेदन कर सकते हैं।
  • न्यूनतम 0.5 हेक्टेयर भूमि एक ही स्थान पर होनी चाहिए।
  • भूमि की जमाबंदी नकल 6 महीने से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।
  • आधार कार्ड बैंक अकाउंट से लिंक होना जरूरी है।
  • आवेदक के पास किसी ट्रस्ट, सोसायटी, मंदिर, स्कूल या कॉलेज की भूमि नहीं होनी चाहिए।

आवेदन कैसे करें?

  • अगर आप भी इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं तो प्रक्रिया बहुत आसान है। नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
  • सबसे पहले राजस्थान कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट agriculture.rajasthan.gov.in पर जाएं।
  • होमपेज पर आपको “तारबंदी योजना” से जुड़ा लिंक मिलेगा, उस पर क्लिक करें।
  • अब आपके सामने आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
  • फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी ध्यानपूर्वक भरें।
  • आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  • कैप्चा कोड भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  • ऑफलाइन आवेदन के लिए आप अपने नजदीकी ई-मित्र सेवा केंद्र पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण बात: अगर आप किसान हैं, तो यह योजना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। अपने खेत को आवारा पशुओं से सुरक्षित करने के लिए आज ही आवेदन करें और इस जानकारी को अपने साथी किसानों तक जरूर पहुंचाएं।

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